लगभग दो साल से बाहर चल रहे कभी भारत के सर्वश्रेष्ठ ऑफ़ स्पिनर कहे जाने वाले हरभजन सिंह की वापसी आखिरकार भारतीय टीम में हो ही गई। बांग्लादेश जाने वाली टेस्ट टीम के लिए इनका चयन किया गया है। हां ये बात और है कि इसका अंदाजा शायद ही किसी को रहा हो। कुछ लोगों का तो ये भी कहना है कि बीसीसीआई ने उनकी विदाई के लिए उन्हें ये मौका दिया है ताकि वो खेलते हुए क्रिकेट से सन्यास लें। ये आशंका और भी पुख्ता इसलिए हो जाती है क्योंकि ये तो सभी को
बांग्लादेश की पिच अमूमन धीमी होती है और बांग्लादेश की टीम में लेफ्ट हैंडेड बल्लेबाजों की संख्या ज्यादा है। ऐसे में हरभजन की गेंदबाजी वहां जरूर कारगर साबित हो सकती है। बात अगर उम्र की की जाए तो हरभजन अभी मात्र 34 साल के ही हैं। अगर बांग्लादेश में प्रदर्शन अच्छा रहा तो हरभजन में अभी लगभग चार साल का क्रिकेट बचा है। टर्मिनेटर के नाम से मशहूर हरभजन की टेस्ट में ये वापसी उनकी आखिरी वापसी भी हो सकती है। वहीं आईपीएल में उनके जोश और जुनून को देखते हुए नहीं लगता कि क्रिकेट की भूख उनमें कहीं से भी कम हुई हो। अब जब उनका चयन कर ही लिया गया है तो उम्मीद करूंगा की वे शानदार प्रदर्शन कर अपनी वासपी का जश्न मनाएं और भारत के लिए ज्यादा से ज्यादा विकेट लें।
बांग्लादेश की पिच अमूमन धीमी होती है और बांग्लादेश की टीम में लेफ्ट हैंडेड बल्लेबाजों की संख्या ज्यादा है। ऐसे में हरभजन की गेंदबाजी वहां जरूर कारगर साबित हो सकती है। बात अगर उम्र की की जाए तो हरभजन अभी मात्र 34 साल के ही हैं। अगर बांग्लादेश में प्रदर्शन अच्छा रहा तो हरभजन में अभी लगभग चार साल का क्रिकेट बचा है। टर्मिनेटर के नाम से मशहूर हरभजन की टेस्ट में ये वापसी उनकी आखिरी वापसी भी हो सकती है। वहीं आईपीएल में उनके जोश और जुनून को देखते हुए नहीं लगता कि क्रिकेट की भूख उनमें कहीं से भी कम हुई हो। अब जब उनका चयन कर ही लिया गया है तो उम्मीद करूंगा की वे शानदार प्रदर्शन कर अपनी वासपी का जश्न मनाएं और भारत के लिए ज्यादा से ज्यादा विकेट लें।
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चित्र गूगल से साभार |
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